मंगलवार, 20 मई 2014

हायो रब्बा!!




कल बरामदे में बैठकर दो जन बातें कर रहे थे। एक जन ने कहा जानते हो आजकल औरतें भी देश-दुनिया की खबरों से अपडेट रहने लगी हैं। दूसरे जन ने मजाक भरे लहजे में कहा कि क्यों तुम औरतों के प्राइम टाइम में बैठे थे क्या। पहले जन बोले-नहीं यार..कल एक मित्र के घर गया था वे घर पर नहीं मिले उनकी पत्नी से मैंने पूछा कब तक वापस आएंगे तो वे बोलीं कि वो मलेशियाई विमान ढ़ूढ़ने निकले हैं। फिर इसके आगे मेरा कुछ बोलने का सवाल ही नहीं उठा।

मेरी पत्नी की सहेली एक दिन मेरे घर आयी। मेरा बेटा मेहमानों से इतना शर्माता है कि उन्हें नमस्ते तक नहीं करता। बच्चे को कुछ न बोलते देख पत्नी की सहेली ने कहा-तेरा बेटा तो बड़ा ब्रिलिएन्ट है रे। पत्नी बोली-कैसे। तो उसकी सहेली ने कहा इतना मौन रहता है जरूर 17वीं लोकसभा जीत कर मनमोहन बनेगा। पत्नी पहले नहीं समझी बाद में हंसने लगी।

दो-चार औरतें बैठकर किसी के बारे में बातें कर रही थीं कि अरे उसका भाई तो एकदम्मे दिग्विजय सिंह जैसा निकला। बताओ भला प्यार का नशा ऐसा चर्राया था कि ना उम्र का लिहाज ना समाज का। कहता है वियाह करेगा तो उसी से। देखते हैं कोई क्या कर लेगा।

मम्मियां भी आजकल देश-दुनिया को लेकर सजग हैं। बच्चों के लिए इस बार घर में मोदी की फोटो छपी टी शर्ट्स उन्हीं की पसंद से आयी। पहले तो झाड़ू इतने जल्दी खराब हो जाते थे कि घर बुहारने के बाद एक बार झाड़ू बुहारना पड़ता था लेकिन श्री मती जी आजकल झाड़ू की कीमत समझ गयी हैं। ऐसे संभालकर रखती हैं जैसे कांच का कोई बर्तन। ये लहर थी भईया।

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